उम्मीद से पहले सोचना को ही सफलता कहते है success stories in hindi ये आप जान गए ये को मैं एक कहानी के माध्यम से समझने की कोशिश करता हु
आपमें से कई लोग बालक ध्रुव की कहानी तो सुनी ही होगी। उसने केवल पांच साल की उम्र में ही इतना ज्ञान को पा चूका था की ,बडे -बड़े ऋषि मुनि को एक दिन अपना अस्तित्व खतरे में दिखने लगा था।
तब से ऋषि मुनियो ने भी खूब साधना करने लगे थे ,लेकिन वे बालक ध्रुव से जित ही नहीं पाए।
और लास्ट में वे सभी ऋषि मुनि नारद जी के पास गए ,और बोले “नारद जी ” हम सब तो आपके ही भक्त है ,और बहुत दिनों से आपकी साधना करते है। लेकिन यह पांच साल का लड़का ध्रुव साधना में हमेशे बहुत आगे निकल आया है। यह तो हमारे लिए बहुत ही शर्म की बात है ,अब तो आपको की कुछ करना होगा।
नारद जी ने कहा “ठीक है ” मई खुद ही ध्रुव के पास जाउगा।
उसके बाद ऋषि मुनि वापस चले गए। और नारद जी ध्रुव के पास पहुंचकर बोले -“बेटा ” मुझे बताओ की तुमको क्या पसंद है ?तुम्हे कौन सा खौलना चाहिए। या फिर तुम कौन सी मिठाई खाना चाहते हो।
बालक ध्रुव नारद जी बोलै -“खौलना ,मिठाई तो आपके लिए ठीक है ,नारद जी। मेरे को इन सब चीज़ो की कोई जरुरत नहीं है।
उसके बाद नारद जी बोलते है फिर क्या तुम कोई राज्य चाहते हो ,या साम्राज्य चाहते हो। तुम मुझे बताओ ,तुम्हे वही मिलेगा ,लेकिन तुम मुझे इतना बताओ की तुम इतनी छोटी उम्र में साधना क्यो कर रहे हो ?
तुम ये साधना तो तब भी कर सकते हो जब तुम्हारा बुढ़ापा नजदीक आ जाये। तब कर लेना साधना।
यह बात को सुनकर ध्रुव कहता है देखिए नारद जी। आप तो बड़े बुजुर्ग हो। आप तो हमसे बहुत अधिक जानते हो। अब आप की मेरे को बताइये की कितने जीवन के बाद हम सबको मनुष्य का जीवन मिलता है,
और जिन को इतनी मुश्किल के बाद मनुष्य का जीवन मिलता है तो उनमे से कितने लोग अपने लक्ष्य के बारे में सोचते है।
जो लोग अपने लक्ष्य के बारे में सोचते है ,वो लोग तो महान बन जाते है। लेकिन नारद जी आप तो बूढ़े हो गए हो और आपको साधना भजन करने का मौका मिला है।
लेकिन नारद जी यह तो जरुरी नहीं है की मेरे को भी यह मौका मिले।
हो सकता है की नारद जी आज की रात ही मेरी मृत्यो हो जाई। इसलिए मैं बुढेपे का कैसे इंतजार कर सकता हु। इसलिए मई अभी से ही साधना भजन कर रहा हो जिससे की आने वाली पीढ़ी मेरे को याद कर सके ?
तो इस कहानी को पढ़ने से यह सिख तो जरूर मिलती है ,की इस दुनिया का हर एक व्यक्ति एक सपना को लेकर के पैदा होता है, और वह चाहता है की वह कुछ ऐसा करे ,जिससे सदियों तक पूरी दुनिया उसे याद करती रहे। वह इस दुनिया में कुछ अलग काम करके जाये।
लेकिन उन्ही लोगो के सपने सच हो पाते है ,जिन लोगो में ” 3D ” की पावर हुआ करती है।
- Direction यानि सही हो।
- Determination यानि दृढ़ निस्चय हो।
- Dedication यानि की पूरी तरह से समर्पित हो।
जिन लोगो में यह तीनो गुण होते है फिर वह लोग अपने लक्ष्य के बिच में आये हर बंधा को आसानी से पार कर सकते है।
तभी तो धीरू भाई अम्बानी ने एक बात कही थी , “जिंदगी के हाइवे पर चलते हुआ आपकी आखे सिर्फ आपकी लक्ष्य पर होनी चाहिए ,तभी आप आमिर बन सकते हो
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