कौवा और सिप moral stories for kids in hindi एक बार एक कौवा था, और वा कवर बहुत भूखा था, तो अचानक उस से कौवे को समुद्र के तट पर एक सिप परी मिली।
उसी के अंदर का मांस को निकालने के लिए और उसको निकाल कर खाने के लिए उसने उस सिप को तोड़ने की बहुत कोशिश की ।
लेकिन वह सिप फिर भी नहीं खोली।
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अब वह कौवा अपने चोच से उस सिप के अंदर का मांस को निकालने का बहुत कोशिश किया लेकिन फिर भी वह असफल रहा।
अब वह कौवा उस सिप को को पत्थर मारा लेकिन फिर भी उसे कुछ भी नहीं हुआ।
इसी बीच एक और चला कौवा वहां आ करके बोला”मेरे दोस्त यह सिप इस तरह से बिल्कुल नहीं खुलेगी।
तू मेरी सलाह मानो और इसे अपनी चोंच में दबाकर के ऊपर आकाश में उड़ जाओ।
और वहां से तो इस सीप को तुमको चट्टान पर गिरा देना तभी यह सिप खुल जाएगी।
भूखे कौवे को को यह विचार बहुत पसंद आया और उसने बिल्कुल वैसा ही किया।
कौवा उस सीप को मूह में दबाकर के उड़ जाता है और ऊपर जाकर के उसी को गिरा देता है।
और सिप तुरंत ही खुल जाती है लेकिन दूसरे कव्वे ने तुरंत उसे उठा लिया और उसके अंदर का सारा मांस खा जाता है।
और जब पहला कौवा वहां पहुंचा तो उसे सिर्फ सिप खोल के टुकड़े ही वहां मिलते हैं।
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